कहा: महंगाई के दौरान काटी गई जेब को सिलने तक का भी कोई प्रयास नहीं किया गया
पंचकूला ( अजीत झा ) : आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के बजट पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी का कहना है कि बजट में वित्तमंत्री ने एक बार फिर से आम आदमी को निराश ही किया है। लोगों की आम दिनों में महंगाई की मार से काटी गई जेब को सिलने का कोई काम नहीं किया। उनकी स्थिति जस की तस ही है। उन्होंने कहा कि 2023 के इस बजट में ना तो नौजवानों के लिए कुछ रोजगार के प्रावधान दिए गए हैं और न ही रोजगार बढ़ाने के लिए कोई नई नीतियां बनाई गई। पार्टी का कहना है कि शेयर बाजार ने भी बजट को पूरी तरह से नकारा है। यही वजह है कि आज देश का सेंसेक्स धराशाई हो गया। जिससे साफ पता चलता है कि देश के उद्योग जगत इस बजट से खुश नहीं है। पार्टी ने यह भी कहा कि देश में बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए भी इस बजट में कोई प्रावधान नहीं दिया गया।
आज यहां बजट प्रतिक्रिया में आप के उत्तरी जोन हरियाणा के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि शिक्षा बजट को कम करके भाजपा की यह जनविरोधी एवं शिक्षा विरोधी सरकार आने वाली पीढ़ी के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा देश का शिक्षा बजट 2.65 प्रतिशत से घटाकर 2.5 0 प्रतिशत करना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए यह बजट बहुत निराशाजनक साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं दिया गया। किसानों की आय को दुगनी करने की बात करने वाली सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस बजट में कोई नई नीति पेश नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार चिकित्सा के क्षेत्र में भी बजट में कुछ नया देखने को नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के बाद लोगों को बहुत उम्मीद थी कि स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सरकार बजट में कुछ इजाफा करेगी ताकि जो असंतुलन कोरोनाकाल में देश में देखने को मिला, वह हमें भविष्य में ना देखने को मिले, लेकिन सरकार ने इस क्षेत्र को भी अनदेखा कर दिया। आप नेता ने कहा कि मध्यम वर्ग के लिए भी टैक्स में छूट तो जरूर दी गई लेकिन बाकी जो छूट मिलती थी उन्हें वापस ले लिया गया तो यह भी उनकी आंखों में धूल झोंकने जैसा है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई में भी जो योजनाएं वित्त मंत्री ने दिखाई, वह सिर्फ घोषणाओं तक ही दिखाई दे रही हैं जिनका लागू होना असंभव सा लग रहा है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को धरातल तक लागू कराने के लिए नियमों को सरल करने की बहुत जरूरत है, तभी उद्योगों को एमएसएमई सेक्टर में दिए गए प्रावधानों का फायदा पहुंच पाएगा, अन्यथा यह मात्र घोषणा ही रह जाएंगे।
आप के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि देश की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से हरियाणा को बड़ा झटका लगा है। तोते की तरह केंद्र सरकार का नाम जपने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मांग भी दरकिनार कर दी गई हैं। बजट में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की एनसीआर क्षेत्र में आने वाले 14 जिलों के लिए विशेष पैकेज की मांग को नजरअंदाज कर दिया गया है। बजट में इसको लेकर कोई जिक्र नहीं किया गया है। इसके अलावा भी बजट की अन्य घोषणाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हरियाणा सरकार एनसीआर के क्षेत्र में केएमपी एक्सप्रेस-वे और उसके साथ 2.5 लाख हेक्टेयर के बनने वाले 5 शहरों को लेकर भी अलग से बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। इसके साथ ही हरियाणा के लिए विशेष रेल प्रोजेक्ट को लेकर भी केंद्रीय वित्त मंत्री ने कोई प्रावधान नहीं किया है।
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